शाहजहांपुर। नाबालिग के साथ दुष्कर्म मामले में आजीवन कारावास सजा काट रहे कथावाचक आसाराम बापू को स्वास्थ्य के आधार पर न्यायालय द्वारा तीन माह की अंतरिम जमानत मिलने पर जबरदस्त निराशा और हताशा जताते हुए पीड़िता के पिता ने कहा है कि आसाराम ड्रामेबाज है । दूसरों का इलाज करने वाला आज खुद इलाज के नाम पर जेल से बाहर आया है। बाहर आकर अब वह सबको मैनेज कर रहा है।
आसाराम को जमानत मिलने के बाद शाहजहांपुर में पीड़िता के पिता काफी मायूस है । उन्होंने रविवार को कहा कि उन्हें खुद आश्चर्य हो रहा है कि न्यायालय लगातार आसाराम की पहले 7 दिन फिर 12 दिन उसके बाद ढाई माह और अब तीन माह की अंतरिम जमानत दे रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि आसाराम बापू जेल में बंद था तब हमारी जीत थी । बीमारी का बहाना बनाकर वह जेल से बाहर आ गया तब से वह सब कुछ मैनेज कर रहा है । उन्होंने अपने अधिवक्ता को भी सवालों के कटघरे में खड़ा करते हुए कहा “ हमारे अधिवक्ता ने भी लगातार कहने के बाद भी न्यायालय में आपत्ति दाखिल नहीं की जिसके फल स्वरुप उसे फिर न्यायालय ने तीन माह की जमानत दे दी गई। हमने सभी कागजों पर हस्ताक्षर कर के दे भी दिए परंतु उन्होंने आपत्ति दायर नहीं करके हमें टहलाते रहे, उन्होंने हमें धोखा दिया है।”
उन्होंने कहा कि आसाराम जब जेल से बाहर आया था, तभी से उसके समर्थक लगातार कह रहे थे कि अब आसाराम वापस जेल नहीं जाएंगे और अब उनकी बात सत्य साबित हो रही है।
पीड़िता के पिता का कहना है कि जो व्यक्ति बीमारी के लिए जेल से बाहर आया वह जोधपुर से इंदौर, उज्जैन तथा सूरत में घूम रहा है और लगातार अपने अनुयायियों से मिल रहा है कैसी बीमारी है इसकी? उन्होंने कहा कि अब हमारे परिवार को खतरा बढ़ गया है वह हमारे परिवार के साथ कभी भी कुछ भी कर सकता है हम तो अब सिर्फ भगवान के भरोसे हैं।
पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने बताया कि आसाराम प्रकरण में पीड़िता के घर पर एक गारद लगी है साथ ही उन्हें दो गनर भी दिए गए हैं। इसके अलावा आवास के सामने सीसीटीवी कैमरा भी लगाया गया है जो उनके पूरे आवास को कवर कर रहा है। स्थानीय कोतवाली पुलिस तथा पीआरबी को निर्देश है कि वह रात्रि में गश्ती पुलिस के द्वारा पीड़िता के घर की निगरानी करें तथा पीड़िता के परिवार के सुरक्षा की मॉनिटरिंग हमारे अधिकारी लगातार कर रहे हैं।